1. 1920 में भीलों व
किसानों में पूर्ण एकता स्थापित करने के मुख्य उद्देश्य को लेकर एक्की आंदोलन
प्रारम्भ करने वाले थे -
- विजय सिंह पथिक
- गोविन्द गुरु
- ✓ मोतीलाल तेजावत
- माणिक्य लाल वर्मा
यह आंदोलन 1920 में माद्री
पट्टा तथा जलसा में अनुचित लाग-बागों और बैठ-बेगार के विरोध में आरंभ किया गया था। भील आंदोलन का
दूसरा चरण मोतीलाल तेजावत के नेत्रत्व में चले एकी आंदोलन के रूप में
चला। यह आंदोलन भील क्षेत्र भोमट में चलाया गया था अतः इसे भोमट भील आंदोलन के
आंदोलन के नाम से जाना जाता है। भीलों में एकता स्थापित करने के इस अभियान को ही
एकी आंदोलन कहा जाता है।
2. 'लांगूरिया' का संबंध किस
देवी से है ?
- शीतला माता
- औसियां माता
- शाकम्भरी माता
- ✓ कैलादेवी
करोली स्थित कैलादेवी
मंदिर के सामने प्रांगण में गणेशजी व भैरवजी की मूर्तियां हैं जिन्हे प्राकृत
बृज भाषा में 'लांगूरिया' कहते है। इनके भक्त इनकी अराधना में 'लांगूरिया' गीत गाते है।
3. इस पेड़ का
सिर तपती आग में और पैर बहते पानी में डूबे होने चाहिए ।
राजस्थान में इस पेड़ के विकास की संभावनाओं को देखते हुए 1955 से ही बीकानेर में
अनुसंधान केन्द्र स्थापित कर दिया गया था। यह पेड़ है -
- नीम
- ✓ खजूर
- शहतूत
- आम
4. राजस्थान में 1857 के विद्रोह की
शुरूआत इस दिन और इस स्थान से हुई
-
- 03 जून, नीमच
- 23 अगस्त, एरिनपुरा
- 09 अगस्त, अजमेर
- ✓ 28 मई, नसीराबाद
सबसे पहले नसीराबाद में इस विद्रोह की
शुरू आत हुई थी। इसके पीछे मुख्य कारण यह था कि ब्रिटिश सरकार ने अजमेर की 15वीं बंग़ाल इन्फ़ेन्ट्री को नसीराबाद
भेज दिया था क्योंकि सरकार को इस पर विश्वास नहीं था। सरकार के इस
निर्णय से सभी सैनिक नाराज हो गये थे और उन्होंने ब्रिटिश सरकार
के खिलाफ़ क्रांति का आगाज कर दिया। इसके अतिरिक्त ब्रिटिश सरकार ने बम्बई के
सैनिकों को नसीराबाद में बुलवाया और पूरी सेना की जंाच पड़ताल करने को कहा। ब्रिटिश
सरकार ने नसीराबाद में कई तोपे तैयार करवाई। इससे भी नसीराबाद के सैनिक नाराज हो
गये और उन्होंने विद्रोह कर दिया। सेना ने कई ब्रितानियों को मौत के घाट उतार दिया
साथ ही साथ उनकी सम्पत्ति को भी नष्ट कर दिया। इन सैनिकों के साथ अन्य लोग भी शामिल
हो गये।
5. मीरां की तरह
यह शहजादी भी कृष्ण की उपासिका थी । शहजादी ताज
बेगम के गुरु विट्ठल नाथ थे। कहाँ की शहजादी थी, ताज बेगम -
- टोंक
- झुंझुनूं
- ✓ फतेहपुर
- तिजारा
6. अलवर जिले में
स्थित ऊँची पर्वत चोटियां हैं -
- ✓ भैराच, बैराठ
- बैराठ,
मनोहरपुर
- बबई,
रघुनाथगढ़
- बरवाड़ा, नाहरगढ़
भैराच (७९२ मीटर), बैराठ (७०४
मीटर) अलवर जिले में स्थित है।
7. जर्मनी की एक
संस्था के.एफ.डब्ल्यू के सहयोग से राजस्थान के
इस जिले में ‘आपणी योजना’ से जनता
लाभान्वित हो रही है। पेयजल की इस योजना में जन
भागीदारी से प्रबन्ध को सुगम बनाया गया है -
- ✓ चुरू
- जोधपुर
- पाली
- बीकानेर
चूरू व हनुमानगढ
जिले के 345 गांवों में जर्मनी की एक
संस्था के.एफ.डब्ल्यू के सहयोग से राजस्थान के
इस जिले में ‘आपणी योजना’ से जनता
लाभान्वित हो रही है। इस योजना के तहत
हनुमानगढ जिले की नोहर तहसील के 119 और चूरू जिले
की चार तहसीलों सरदारशहर, तारानगर, चूरू व राजगढ
के 226 गांव जुडे हुए हैं।
8. कांतली नदी के
तट पर स्थित इस सभ्यता में पत्थर के मकान बनाये
जाते थे, ईंटों से नहीं। उत्खनन में यहां पर चित्रित
कपिष वर्णी मृद् पात्र, ताबें आयुध, उपकरण, आभूषण आदि
प्राप्त हुए हैं। यह सभ्यता है -
- बैराठ
- जोधपुर
- कालीबंगा
- ✓ गणेश्वर
गणेश्वर, राजस्थान के सीकर ज़िला के
अंतर्गत नीम-का-थाना तहसील में ताम्रयुगीन संस्कृति का एक महत्त्वपूर्ण
स्थल है। गणेश्वर से प्रचुर मात्रा में जो ताम्र सामग्री पायी गयी है, वह भारतीय
पुरातत्त्व को राजस्थान की अपूर्व देन है। ताम्रयुगीन सांस्कृतिक केन्द्रों में
से यह स्थल प्राचीनतम स्थल है। खेतड़ी ताम्र भण्डार के मध्य में स्थित होने के
कारण गणेश्वर का महत्त्व स्वतः ही उजागर हो जाता है। यहाँ के उत्खनन से कई सहस्त्र
ताम्र आयुध एवं ताम्र उपकरण प्राप्त हुए हैं। इनमें कुल्हाड़ी, तीर, भाले, सुइयाँ, मछली पकड़ने के काँटे, चूड़ियाँ एवं
विविध ताम्र आभूषण प्रमुख हैं।
इस सामग्री में 99 प्रतिशत ताँबा
है। ताम्र आयुधों के साथ लघु पाषाण उपकरण मिले हैं, जिनसे विदित
होता है कि उस समय यहाँ का जीवन भोजन संग्राही अवस्था में था। यहाँ के मकान
पत्थर के बनाये जाते थे। पूरी बस्ती को बाढ़ से बचाने के लिए कई बार वृहताकार पत्थर
के बाँध भी बनाये गये थे। कांदली उपत्यका में लगभग 300 ऐसे केन्द्रों की
खोज़ की जा चुकी हैं, जहाँ गणेश्वर संस्कृति पुष्पित-पल्लवित हुई थी।
9. इस देश का
क्षेत्रफल राजस्थान के क्षेत्रफल के लगभग बराबर है -
- इजराइल
- ब्रिटेन
- ✓ जर्मनी
- जापान
राजस्थान का क्षेत्रीय
विस्तार 3,42,239 वर्ग किलोमीटर में है जो भारत के कुल क्षेत्र का 10.43 प्रतिशत है।
अतः क्षेत्रफल की दृष्टि से यह भारत का सबसे बड़ा राज्य है। क्षेत्रफल की
दृष्टि से यह विश्व के अनेक देशों से बड़ा है, उदाहरण के
लिये इजराइल ( 20,700 किलोमीटर ) से 17 गुना, श्रीलंका से पांच गुना तथा ग्रेट ब्रिटेन ( 229848 वर्ग किलोमीटर ) नार्वे, पोलैण्ड, इटली से भी अधिक विस्तार रखता है। जापान ( 374,834 वर्ग किलोमीटर (भूमी) ) और जर्मनी ( 357,021 वर्ग किलोमीटर) का क्षेत्रफल राजस्थान के
क्षेत्रफल से थोड़ा अधिक
है। इसप्रकार जर्मनी सही
जवाब है।
10. ये देश उन्हीं
अक्षांशों पर स्थित हैं, जिन पर राजस्थान
प्रदेश है -
- स्वीटजरलैंड,
बेल्जियम,
स्वीडन
- थाइलैण्ड,
मलेशिया,
सिंगापुर
- ✓ अल्जीरिया, लीबिया,मिश्र
- सोमालिया, इथोपिया, घाना
11. रसोईघर में
काम आने वाले बर्तन ‘हाटड़ो’ (हटड़ी) में क्या संग्रह
करके रखा जाता है -
- दही
- आटा
- दूध
- ✓ नमक-मिर्च मसाले
12. ऊन की
गुणवत्ता एवं उपयोगिता का विश्लेषण करने के लिए इसके अध्ययन
एवं नमूनों की जांच करने की सुविधा केन्द्रीय ऊन विश्लेषण प्रयोगशाला में है। यह
प्रयोग शाला प्रदेश में कहां स्थापित की गई है -
- ✓ बीकानेर
- जोधपुर
- टोंक
- ब्यावर
13. निर्यात को
बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में निर्यात संवर्द्धन
औद्योगिक पार्कों की स्थापना की गई है। सीतापुरा (जयपुर) बोरानाडा (जोधपुर) तथा
नीमराना (अलवर) में स्थापित इन पार्कों के लिए प्रदेश को सहायता दी है -
- विश्व बैंक ने
- जापान ने
- ✓ केन्द्र सरकार ने
- भारतीय औद्योगिक विकास बैंक ने
सीतापुर (जयपुर) में
देश का पहला निर्यात संवर्द्धन पार्क है।
14. हमीदुदीन
चिश्ती को मिट्ठे साहब के नाम से जनमानस में प्रसिद्धि
मिली थी। इनकी दरगाह किस दुर्ग के भीतर स्थित है -
- मांडलगढ़
- तारागढ़
- चित्तौड़गढ़
- ✓ गागरोन
15. परमारों के
शासन का प्रमाण बसन्तगढ़ का जीणशीर्ण दुर्ग इस जिले में
स्थित है -
- जालोर
- अजमेर
- टोंक
- ✓ सिरोही
16. राष्ट्रीय
राजमार्ग 8,79,89 किस स्थान पर मिलते हैं ?
- जोधपुर
- जयपुर
- उदयपुर
- ✓ अजमेर
17. चित्रकला
संग्रह सरस्वती भंडार कहां स्थित है -
- ✓ उदयपुर
- जोधपुर
- जयपुर
- अलवर
18. DOTS कार्यक्रम
विश्व बैंक और विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से इस
रोग को नियंत्रित करने के लिए 1995 से संचालित है -
- एड्स
- नारू
- ✓ क्षय रोग
- कैन्सर
विश्व स्वास्थ्य
संगठन (WHO ) द्वारा मान्यता प्राप्त टी.बी. या तपेदिक उपचार के कार्यक्रम को ‘डॉट्स’ (DOTS- Directly Observed Treatment Short-course) कहते हैं ।
19. कंकड़-पत्थर
से ढक़े मरूस्थलीय भाग को कहते हैं -
- मरहो
- अर्ग
- हम्मादा
- ✓ रेग
रेग चट्टानी मरुस्थल
के लिए प्रयुक्त अरबी शब्द है। यह पवन द्वारा निक्षेपित बजरी से आच्छादित
मरुस्थलीय मैदान होता है। केशिका क्रिया द्वारा सतह पर आने वाले लवणों से संयुक्त होकर
बजरी प्रायः सतह पर चिपकी रहती है। इसके उदाहरण लीबिया, अल्जीरिया, मिश्र आदि के
मरुस्थलों में मिलते हैं। इसे बजरी मरुस्थल (gravel desert) भी कहते हैं।
20. मारवाड़ के
किसानों को लागतों तथा बेगारों के विरूद्ध जाग्रत करने
के लिए ‘मारवाड़
हितकारिणी सभा’ की स्थापना 1923 में की गई थी।
इसके संस्थापक थे -
- बलदेव राम मिर्धा
- ✓ जयनारायण व्यास
- कुंभा राम आर्य
- विजय सिंह पथिक
जयनारायण व्यास के
नेतृत्व में मारवाड़ हितकारिणी सभा ने जोधपुर में उत्तरदायी शासन की माँग की तथा दो
पुस्तकों- जैसे मारवाड़ की अवस्था और पोपनबाई की पोल प्रकाशित की, जिसमें राज्य सरकार
की आलोचना की गई थी। जयनारायण व्यास व आनन्दराज सुराणा को बन्दी बनाकर राज्य सरकार
ने दमनचक्र चलाया। १९३१ में इन नेताओं को रिहा कर दिया गया। सविनय अवज्ञा आंदोलन
आरंभ होने पर इन नेताओं ने जोधपुर युवक लीग का गठन किया और स्वदेशी का प्रचार व
हड़तालें कीं। नेताओं को पुनः बन्दी बना कर मारवाड़ हितकारिणी सभा को अवैध घोषित कर
दिया गया।
21. राज्य की पहली
पवन ऊर्जा परियोजना जैसलमेर में शुरू की गई थी। दूसरी
परियोजना इस जिले में स्थापित की गई थी -
- जोधपुर
- बाड़मेर
- ✓ प्रतापगढ़
- सीकर
22. गैर परम्परागत
ऊर्जा स्रोतों के विकास, परिवहन तथा विद्युत
सयंत्रों की स्थापना हेतु राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम की स्थापना किस वर्ष में की गई थी
-
- 2007
- 1980
- ✓ 2002
- 1990
23. बूंदी के कजली
तीज माता मेले का मुख्य आकर्षण यह नृत्य रहता है -
- भवई
- ✓ चकरी
- घूमर
- हाथीमना
यह नृत्य हाड़ौती
अंचल (कोटा,बारां और बूंदी) की कंजर जाति की बालाओं द्वारा विभिन्न अवसरों
विशेषकर विवाह के आयोजन पर किया जाता है। इसमें नर्तकी चक्कर पर चक्कर घूमती हुई नाचती है
तो उसके घाघरे का लहराव देखते लायक होता है। लगभग पूरे नृत्य में कंजर बालाएं लट्टू
की तरह घूर्णन करती है। इसी कारण इस नृत्य को चकरी नृत्य कहा जाता है। इस नृत्य में
ढफ, मंजीरा तथा नगाड़े वाद्य का प्रयोग होता है।
24. गाढ़े
अपारदर्शक रंगों के प्रयोग की चित्रण पद्धति को कहते हैं -
- ✓ टैम्परा पद्धति
- तेल रंग पद्धति
- जल रंग पद्धति
- पेस्टल पद्धति
25. नाग पंचमी का
त्योहार विक्रम संवत् के किस महीने में मनाया जाता है
-
- श्रावण
- भाद्रपद
- ✓ वैशाख
- चैत्र
नाग पंचमी हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है । हिन्दू पंचांग के
अनुसार सावन माह की
शुक्ल पक्ष के पंचमी को नाग पंचमी के रुप में
मनाया जाता है । इस दिन नाग देवता या
सर्प की पूजा की जाती है और उन्हें दूध
पिलाया जाता है।
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