India's National Day
राष्ट्रीय दिवस
FREEDOM DAY
स्वतंत्रता दिवस
भारत का स्वतंत्रता दिवस, जिसे हर
वर्ष 15 अगस्त को देश भर में हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है, इसमें अनेक
राष्ट्रीय दिवसों की खुशी शामिल है, क्योंकि यह प्रत्येक भारतीय को एक नई शुरूआत
की याद दिलाता है, 200 वर्ष से अधिक समय तक ब्रिटिश उपनिवेशवाद के चंगुल से छूट कर
एक नए युग की शुरूआत हुई थी। वह 15 अगस्त 1947 का भाग्यशाली दिन था जब भारत को
ब्रिटिश उपनिवेशवाद से स्वतंत्र घोषित किया गया और नियंत्रण की बाग डोर देश के
नेताओं को सौंप दी गई। भारतीय द्वारा आजादी पाना उसका भाग्य था, क्योंकि
स्वतंत्रता संघर्ष काफी लम्बे समय चला और यह एक थका देने वाला अनुभव था, जिसमें
अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने जीवन कुर्बान कर दिए।
Republic day
गणतंत्र दिवस
भारत देश एक गणतंत्र बना जब 26 जनवरी
1950 को देश का संविधान लागू हुआ और इस प्रकार यह सरकार के संसदीय रूप के साथ एक
संप्रभुताशाली समाजवादी लोकतांत्रिक गणतंत्र के रूप में सामने आया भारतीय संविधान,
जिसे देश की सरकार की रूपरेखा का प्रतिनिधित्व करने वाले पर्याप्त विचार विमर्श
के बाद विधान मंडल द्वारा अपनाया गया तब से 26 जनवरी को भारत के गणतंत्र दिवस के
रूप में भारी उत्साह के साथ मनाया जाता है और इसे राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया
जाता है। यह आयोजन हमें देश के सभी शहीदों के नि:स्वार्थ बलिदान की याद दिलाता है,
जिन्होंने आजादी के संघर्ष में अपने जीवन खो दिए और विदेशी आक्रमणों के विरुद्ध
अनेक लड़ाइयां जीती।
Gandhi Jhyanti
गाँधी ज़यंती
2 अक्तूबर का दिन राष्ट्रपिता के
प्रति समर्पित है। जब देश मोहन दास करम चन्द्र गांधी का जन्मदिन मनाता है तो वही
राष्ट्र के बापू का जन्मदिन है। यह दिन शांति के दूत की इस कुर्बानी की याद सभी
भारतीय नागरिकों को दिलाती है, ताकि वे स्वतंत्रता के इस उपहार को सच्चे अर्थों
में ग्रहण कर सकें। अहिंसात्मक प्रतिरोध द्वारा ब्रिटिश उपनिवेशवाद कानून के प्रति
कोई प्रतिरोधकता की भावना कभी असफल नहीं रही है जिसने देश में रहने वाले नागरिकों
के बीच आपसी भाई चारे का जीवन जीने की भावना को प्रबल बनाया है। उन्होंने
अस्पृश्य, जिन्हें वे 'हरिजन' कहते थे, के सामाजिक उत्थान के लिए गहन रूप से
कार्य किया है और बाद में वे 'भारत छोड़ो आंदोलन' के नेता थे, जिसने भारत में
ब्रिटिश प्रभुत्व के प्रति असंतोष का पहला संकेत दिया।
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